गेहूं का आटा में अनाज के सभी भाग (चोकर, अंकुर और एन्डोस्पर्म) का प्रयोग किया जाता है और आटा बनाते समय पौषण तत्व नहीं निकलते। सफेद मैदा की तुलना में केवल इस आटे में एन्डोस्पर्म होता है।
संपूर्ण गेहूँ का आटा भुरे रंग का होता है और यह संपूर्ण गेहूँ से बनता है। इसका भी स्वाद मीठा मेवेदार होता है। गेहूँ का आटा ब्लीच या बिना ब्लीच किया हुआ हो सकता है। बिना ब्लीच किये हुए आटे की तुलना में, ब्लीच किया हुआ गेहूँ का आटा हल्का होता है। व्यंजन विधी अनुसार, आप गेहूँ को पीसकर दरदरा या मुलायम आटा बना सकते हैं।
• गेहूँ का आटा पहले से पैक किये हुए पैकेट में मिलता है। फिर भी खरीदने से पहले, लेबल को अच्छी तरह पढ़ लें। ऐसा आटा लें जिसमें 100 प्रतिशत गेहूँ का आटा लिखा गया हो। "स्टोन ग्राउन्ड", "सात ग्रेन" और "मल्टीग्रेन" जैसे लेबल वाले आटे में अकसर गेहूँ का आटा नहीं होता है और यह इतने पौष्टिक नहीं होते हैं।
• गेहूँ के आटे से बने खाद्त पदार्थ भी मिलते हैं, लेकिन इनका चुनाव ध्यान से करना चाहिए। गहरे भुरें रंग ब्रेड को देखकर यह ना सोचें की इसमें गेहूँ का आटा है, क्योंकि कुछ उद्योग इसमें केवल कैरेमल या मोलासस् मिलाकर रंग भरते हैं। "संपूर्ण गेहूँ आटे" की सामग्री को देखें। ऐसे पदार्थ ना खरीदें जिनमें पहली सामग्री "गेहूँ का आटा" या "एन्रीच्ड फ्लॉर" लिखा हो, क्योंकि इनमें अकसर संपूर्ण गेहूँ का आट नहीं होता है।
गेहूं का आटा के उपयोग रसोई में (uses of whole wheat flour, gehun ka atta, gehun ka aata in cooking)
भारतीय रोटियां, परांठे और पूरी को गेहूं के आटे का उपयोग करके बनाया जाता है | Indian rotis, parathas and poori made using whole wheat flour in hindi |
1.
मसाला पुरी : मसाले के साथ साबुत गेहूं के आटे से बना मसाला पुरी गुजरात का एक लोकप्रिय नाश्ता है।
2. आलू पराठा रेसिपी एक गेहूँ का आलू पराठा जो एक लोकप्रिय पंजाबी नाश्ता रेसिपी है। यह इतना लोकप्रिय है कि गेहूं के आलू पराठे हैं जो कि मैं इसे दही और कुछ कटा हुआ प्याज के साथ एक पौष्टिक आहार के रूप में खाया है।
3. गोभी का पराठा : यहाँ गोभी को पके हुए प्याज़ के मसाले के साथ जोडकर पराठे के लिए भरवां मिश्रण तैयार किया गया है। इन गोभी का पराठा रेसपी के उपर घी लगाकर रायते और अचार के साथ परोसे। यह दाल के साथ भी अच्छा भी अच्छा संयोजन बनाते हैं।
4. चीज़ पराठा रेसिपी
साबुत गेहूं के आटे की नमकीन | पूरे गेहूं के आटे के स्नैक्स | Whole wheat flour snacks in hindi |
पूरे गेहूं के आटे का उपयोग करके हमारे स्वस्थ भारतीय स्नैक व्यंजनों को देखें। अपने स्नैक्स में मैदे का उपयोग करने से बचें क्योंकि यह स्वस्थ नहीं है और इससे वजन बढ़ेगा। नीचे दिए गए इन ड्राई स्नैक्स का आनंद लें और अक्सर इन्हें खाएं।
1. बेक्ड ओट्स पुरी : पुरी, सादी हो या भरी हुई, बेक की हुई हो या तली हुई, एक ऐसा नाश्ता है जिसके बिना हम भारतिय रह नहीं सकते! यह एक ऐसा विकल्प है जिसे आप आराम से खा सकते हैं, वह भी बिना किसी शरम के। रेशांक भरपुर ओट्स् से बने यह बेक्ड ओट्स पुरी, तिल, लहसुन के पेस्ट और कसुरी मेथी के स्वाद से भरपुर हैं।
2. हेल्थी मल्टीग्रेन क्रैकर्स रेसिपी
3. मेथी ना ढेबरा रेसिपी
• मैदा से बने पदार्थ की तुलना में संपूर्ण गेहूँ के आटे से बने पदार्थ शायद इतने स्वादिष्ट नहीं लगते। लेकिन, इनकी पौष्टिक्ता के कारण हमें सन्हें अपने आहार का मुख्य भाग बनाना चाहिए।
• गेहूँ के आटे से बने बेक किये हुए पदार्थ भारी, वजनदार और कड़वे हो सकते हैं, खासतौर पर जब इन्हें मैदा की जगह व्यंजन में प्रयोग किया जाये।
• केवल थोड़े से मैदा को गेहूँ के आटे से बदलकर शुरुआत करें। यह बेहतरीन तरीके से व्यंजन मे संपूर्ण अनाज की मात्रा बढ़ाता है साथ ही, पदार्थ को बहुत गाड़ा होने से भी बचाता है। साथ ही यह गेहूँ के आटे के तेज़ स्वाद को दबाकर रखता है, जिसे अकसर पसंद नहीं किया जाता है।
• फिर भी, 100% संपूर्ण गेहूँ के आटे से फूला हुआ हल्का ब्रेड लोफ बनाना संभव है, जब आटे में पानी की मात्रा बढ़ा दी जाये (गेहूँ में चोकर और अंकुर ज़्यादा मात्रा में पानी सोखते हैं), आटे को लबे समय तक गूँथने से ग्लूटेन भरपुर मात्रा में उत्तपन्न होता है, जो आटे को फूलने में मदद करता है।
• कुछ बेकरस् आटे को आकार देने से पहले 2 बार बेक करते हैं।
• मक्ख़न और तेल जैसे वसा, और दुध से बने पदार्थ (ताज़ा दुध, मिल्क पाउडर, छाछ, दही आदी) ब्रेड के फूलने में मदद कर सकते हैं।
• भारत में, गेहूँ के आटे का प्रयोग रोटी, पराठे और शीरा जैसे पदार्थ बनान के लिए किया जाता है।
• इसका प्रयोग कर पास्ता और नूडल्स् भी बनाये जा सकते हैं।
गेहूं का आटा संग्रह करने के तरीके
• अन्य आटे की तुलना में गेहूँ का आटा जल्दी खराब हो सता है, क्योंकि इसमें चोकर से मिला वसा होता है जो खराब हो जाता है।
• सामान्य तापमान में संग्रह करने से, इसे एक या दो हफ्ते के अंदर प्रयोग कर लें।
• साल भर तक रखने के लिए, इसे फ्रिज या फ्रिज़र में रखें।
गेहूं का आटा के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of whole wheat flour, gehun ka atta, gehun ka aata in hindi)
गेहूं का आटा मधुमेह रोगियों के लिए उत्कृष्ट है क्योंकि वे आपके रक्त शर्करा के स्तर को नहीं बढाएंगे क्योंकि वे कम जी आई भोजन हैं।साबुत गेहूं का आटा फास्फोरस में समृद्ध है जो एक प्रमुख खनिज है जो हमारी हड्डियों के निर्माण के लिए कैल्शियम के साथमिलकर काम करता है। विटामिन बी 9 आपके शरीर को नई कोशिकाओं के निर्माण और रखरखाव में मदद करता है, विशेष रूप से लाल रक्त कोशिकाओं (red blood cells ) मेंवृद्धि।साबुत गेहूं के आटे के विस्तृत 11 लाभ देखें और यह आपके लिए क्यों अच्छा है।
दरदरा गेहूं का आटा (coarse whole wheat flour)
दरदरा गेहूं का आटा उस गेहूं के आटे को संदर्भित करता है जो मोटे बनावट का होता है। सामान्य साबुत गेहूं के आटे की तुलना में, यह आटा स्वाद में और बनावट थोडा विभिन्न होता है। इसकी बनावट रेत की बनावट के करीब है, जिसमें चोकर होता है। इस तरह के आटे का इस्तेमाल आमतौर पर राजस्थानी व्यंजनों में चूरमा, लड्डू और अन्य भारतीय मिठाइयों में किया जाता है। कुछ लोग दरदरा आटे के साथ ब्रेड भी बनाते हैं। मोटे गेहूं के आटे से अन्य ब्रेड जैसे कि मल्टीग्रेन ब्रेड और रोल भी बनाते हैं। कई गेहूं की ब्रेड में इसका उपयोग विशेष स्वाद और बनावट प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।